एनपीएस कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना लागू करवाने के लिए कमर कस ली है। एनपीएस कर्मचारी शिमला में 15 फरवरी को महारैली करने जा रहे हैं। इसमें प्रदेश भर से आए एनपीएस कर्मचारी भाग लेंगे। महासंघ के संयुक्त सचिव हरदेश ठाकुर ने बताया कि शिमला में होने वाली रैली में राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
पड़ोसी राज्य हरियाणा और पंजाब से आए पदाधिकारी भी कर्मचारियों के समक्ष अपने विचार प्रकट रखेंगे। शिमला में महारैली से पूर्व शनिवार को नाहन में महासंघ की जिला स्तरीय बैठक हुई। इसमें इस रैली को सफल बनाने को लेकर महासंघ से जुड़े एनपीएस कर्मचारियों को जिम्मेवारियां दी गईं।
देश के दो राज्यों पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा को छोड़कर देश के अन्य सभी राज्यों में एनपीएस पेंशन योजना शुरू की गई है। प्रदेश में यह स्कीम मई 2003 के बाद शुरू हुई है। इस योजना का देश भर के एनपीएस कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।
पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में देश भर से आए लाखों एनपीएस कर्मचारी अपना विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं। इसके बाद ही केंद्र सरकार ने पेंशन में अपना शेयर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर दिया है, लेकिन एनपीएस कर्मचारी इसे नाकाफी बता कर पुरानी पेंशन को लागू करने की मांग पर अड़ गए हैं।
पड़ोसी राज्य हरियाणा और पंजाब से आए पदाधिकारी भी कर्मचारियों के समक्ष अपने विचार प्रकट रखेंगे। शिमला में महारैली से पूर्व शनिवार को नाहन में महासंघ की जिला स्तरीय बैठक हुई। इसमें इस रैली को सफल बनाने को लेकर महासंघ से जुड़े एनपीएस कर्मचारियों को जिम्मेवारियां दी गईं।
देश के दो राज्यों पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा को छोड़कर देश के अन्य सभी राज्यों में एनपीएस पेंशन योजना शुरू की गई है। प्रदेश में यह स्कीम मई 2003 के बाद शुरू हुई है। इस योजना का देश भर के एनपीएस कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।
पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में देश भर से आए लाखों एनपीएस कर्मचारी अपना विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं। इसके बाद ही केंद्र सरकार ने पेंशन में अपना शेयर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर दिया है, लेकिन एनपीएस कर्मचारी इसे नाकाफी बता कर पुरानी पेंशन को लागू करने की मांग पर अड़ गए हैं।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर शिमला में महारैली करेंगे एनपीएस कर्मी
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Sunday, February 10, 2019
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